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जल नेति : जल नेति क्या है और जल नेति के लाभ और नुक्सान (Jal Neti 2021 latest)

जल नेति : जल नेति क्या है और जल नेति के लाभ और नुक्सान (Jal Neti 2021 latest)

क्या आप जानते है की जल नेति क्या है और इसे करने की किर्या क्या है

यह तो आप सभी जानते ही होंगे की योग में आंतरिक  सवछता का काफी ध्यान रखा जाता है और जिसे योग की भाषा में षट्कर्म कहा जाता है तो आज हम इस पोस्ट को शरू करते हुए जानेंगे की जल नेति क्या है और इसे हम कैसे करे । जल नेति से नेसल कैविटी को साफ और स्वच्छ किया जाता है यदि हम आम भाषा में कहे तो मतलब की ( नाक के नकबा ) को जल नेति से साफ किया जाता है  इन्ह बिमारिओ मैं हमारी नसेल कैविटी ब्लॉक होजाती है क्यूंकि इसमें काफी म्यूकस की मात्रा बढ़ जाती है

तो इससे येह नसेल कैविटी साफ नहीं होता हेतु येह सड़ने लगता है और येह साथ ही साथ बाहर से प्रदूषित गैस लेते है जिसमे  बहुत से बैक्टीरिया और धूल होती है और येह धूल हमारी नसेल कैविटी मैं वो सब धीरे धीरे जमा होने लगती है क्यूंकि येह डक्ट  हमारे कानो से और गले से जुड़े हुए होते है तो इनसे बहुत सरल बात है की इनसे कानो का संक्रमरण  (Ear Infection), गले का संक्रमरण (Throat infection), टॉन्सिल्स का संक्रमरण (Tonsils infection) जैसी समस्याएं सुरु होजाती है स्पेशली जब मौसम बदलता है तो हम जानेंगे की जल नेति को कब, कैसे और इसे करने के क्या फायदे है और क्या है नुक्सान है और इसका सही बक्त क्या है।

जल नेति करने का सही समय क्या है :-

 

आइये अब  हम जानेंगे की जल नेति करने का सही समय क्या है और आप सब ऊपर ये सब तो जान ही चुके होंगे की जल नेति  क्या है तो जल नेति करने का सही वक़्त  सुबह का समय है और जल नेति को करते वक़्त ध्यान रखे की आपका पेट खाली होना चाइये और साथ ही साथ इस योग को धुप निकले उस दिन करना चाइये।  सर्दी का मौसम है जब आपको पता है, दिन खुलेगा, सूरज निकलेगा। उस दिन आप जलनेति करें।

किआ आप जानते हो जल नेति से किस किस जानलेवा बिमारिओ मैं काम आती है

1 अस्थमा (Asthma)

2 कफ (Cough)

3 नेज़ल एल्लर्जिस (Nasal allergies)

4 रायनाइटिस (Rhinitis)

2021 में जल नेति करने के फायदे :-

तो अब  हम  जल नेति की  प्रैक्टिस करते हैं तो आपका यह पूरा जो सिर  है, यह भारी नहीं रहता। एकदम लाइट फील करता है।

साथ में जलनेति अगर आप रेगुलरली प्रैक्टिस करते हैं तो चेहरे पर ग्लो आता है

क्योंकि जब हमारा ये एरिया साफ  होता है तो अच्छे से प्राणायाम कर पाते हैं।

मेडिटेशन कर पाते हैं। हमारी ब्रीडिंग क्वालिटी इंप्रूव होती है।

जर्म्स बैक्टीरिया सारे खत्म हो जाते हैं और हमारे चेहरे पर नजर आता है

हमारे गले और टिनिटस (Tinitus) जैसी समस्याएं नॉर्मल होती है।

ऊपरी श्वशन (upper respiratory) साफ रहता है 

अस्तमा में  काफी सुधर रहता है

साइनस  और  सिर दर्द  (Alleviates sinus and Headache)

जल नेति  को करने के लिए हमें क्या-क्या चाहिए और उसको करने का क्या तरीका है और क्या चीजें हमें ध्यान में रखनी चाहिए

जल नेति करने के लिए हमे चार चीज़े चाइये होती है जो पहले से आपके पास उपलब्ध हो

एक चाहिए आपको गर्म पानी गर्म आ स्नेहा पर आपको गुनगुना पानी चाहिए, जिसमें आराम से आप उंगली डाल सके। बिल्कुल गर्म  नहीं लेना है। 300ml पानी ढाई गिलास  के करीब आपको लेना है जितना आपको ग्लास दिख रहा है, कितना पानी आपको लेना है तो आप 2 बार यूज करेंगे और आपको चाहिए। दूसरी चीज सफेद नमक जोकि हम घर मैं उसे करते  करते हैं। तीसरी चीज आपको चाहिए होगा। नेती पोट ए देखिए। इस तरीके से आपको कहीं में ऑनलाइन मिल जाएगा। आपको चुनौती जल नेति  करनी है।

वह इस रिपोर्ट के साथ करनी है तो आप टाइप कर सकते थे। चौथी  चीज आपको कोई भी एक छोटा रुमाल चाहिए होगा, कॉटन का बाद में आपको जरूरत पड़ेगी। यह स्पून  मैंने रखा है। इसको मिक्स करने के लिए अब  हम बात करते हैं कि कितना हम लोगों को इस में नमक डालना  है तो हम इसमें  गुनगुना पानी ले लेंगे। इसके बाद यह 300ml पानी में हम दो चुटकी नमक डालेंगे। छुट्टी कैसे लेनी है? अनामिका  वाली जो फिंगर है और अंगूठा जिस  के बीच में जितना आपके पास नमक आ सके उतना नमक आप लेंगे और इसमें डाल देंगे तो दो बार दो चुटकी  ले लेंगे।

इस तरीके से यह देखा और इसके बाद आप इसको थोड़ा सा स्पून  से मिला लेंगे क्योंकि जब तक कि खुलेगा  नहीं, तब तक हम प्रैक्टिस नहीं कर सकते तो सिर्फ 1 मिनट रुकेंगे, लेकिन धीरे-धीरे पूरे क्रिस्टल नमक के घुल जायेंगे । उसके बाद हम शुरू करेंगे।

जलनेति किस तरीके से करनी चाहिए

इसको हम बैठकर कर सकते हैं। जिसको हाई ब्लड प्रेशर है। घुटनों में दर्द है। इस तरीके से नीचे बैठ नहीं सकते हैं तो वह लोग खड़े होकर करेंगे।  तो जो मैं आपको बता रही हूं। यह ट्रेडिशनल तरीका है। हाथों में जो बताया गया है, इसमें हम लोग आलासन में बैठते हैं। इस तरीके से  पंजे है किसको आप बाहर की तरफ से निकाल कर रखेंगे और जो आपकी कमर है वो एकदम सीधी होगी कंधे? अभी मेरे सामने एक बोल रखा हुआ है। आप इसको बाहर जा कर के कर सकते  है।

गार्डन में खड़े हो करे  अब इसमें बात करते हैं कि किस तरीके से पोजीशन  करे जिससे आपको अनकंफरटेबल ना लगे। सबसे पहली बार जो पानी डालते हैं तो लगता है कि नाक से पानी कैसे डालेंगे और थोड़ा सा स्केरी  लगता है पर जैसे ही आप ऐसे करोगे। आपको महसूस  होगा कि यह बहुत आसान है और करते ही बहुत ज्यादा अच्छा लगता है। बहुत रिलैक्स इन लगता है। इसमें हाथों की पोजीशन क्या रहेगी तो सबसे पहले हम राइट नॉस्ट्रिल से शुरू करेंगे।

तो येह  उल्टा  वाला हाथ है। उसको हम इस तरीके से रखेंगे के साथ काम इस्तेमाल करेंगे। नेती पोट को उठाने के लिए तो हमें क्या करना है। अपने चेहरे को थोड़ा आगे करना है और उसके बाद अपने फेस को थोड़ा सा आगे करना है  करना है और चेहरे को आगे झुकना है ताकि हम लोग नेती पोट को अच्छे से फिट कर पाए और पानी अच्छे से बहेगा  करेगा, जिसके लिए आप को फिट करने के बाद अपना यह जो हाथ है इसको थोड़ा सा ऊपर उठाएंगे जो नेती पोट होता है। इसकी तो शेप  होते हैं।

वह ऑटोमेटिक ऐसे बानी होती  हैं की जैसे ही हाथ उठाएंगे। पानी अपने आप बहने  लगेगा और जैसे ही थोड़ा और हाथ उठाएंगे। पानी अपने आप देखेंगे। आप आपके नाक से निकलना शुरू हो जाएगा। अब बात आती है कि सांस कैसे लेंगे। हम तो नहीं घट जाएगा। आपको बस अपने जो मुंह है, उसको खोल कर रखना है। ठीक है एक बार पानी आने लगेगा आप ऑटोमेटिकली अपने मुँह से सांस लेने लगेंगे

आपकी आंखों से पानी आएगा को शायद  थोड़ा मुंह में भी उसके बाद आप अपना चेहरा पूछेंगे और आपको क्या करना है। आपने अभी राइट नॉस्ट्रिल से खत्म क्या है तो आप इसी से अपने पानी को बाहर निकालेंगे तो आप क्या करेंगे? रुमाल  को सामने रखेंगे और आगे की तरफ से पूरे पानी को निकालेंगे। बाद में जब दोनों साइड से होता है, फिर हम कपालभाति करते हैं तो या तो आप इस तरीके से हाथ रखकर इस तरीके से कर सकते हैं या फिर आप इसको सामने रखें। इससे क्या होगा आपका जो एक्स्ट्रा  पानी बाहर आ जाएगा।

एक साइड  से कर लिया है। दूसरी तरफ से आने के लेफ्ट नॉस्ट्रिल से इस बार हम लोग राइट हैंड को यहां पर रखेंगे। यह पकड़ेंगे हमने थी और इस तरीके से निकालेंगे तो ध्यान रखना थोड़ा आगे आएगा। फिर आप अपने फेस को थोड़ा सा झुकायेंगे  और जैसे ही आप नेति को लगाएंगे, उसके बाद धीरे-धीरे पानी डालना शुरू करेंगे। जब तो आपको एक हलकी सी फीलिंग आएंगी क्यूंकि इसमें नमक भी डाला हुआ है कंसंट्रेशन है, बिल्कुल वैसा है जैसे हमारा आंसू का होता है। इसलिए हम इसमें नमक डालते हैं ताकि हमें किसी भी तरीके की खुजली या फिर दर्द महसूस ना हो तो नमक डालने से आपको बिल्कुल भी नहीं होगा और जो पानी का टेंपरेचर है वह 38 से 40 के बीच में हम रखते हैं।

वह जो हमारे बॉडी के टेंपरेचर से मैच करता है तो हमें किसी भी तरीके की कोई परेशानी नहीं होगी तो चलिए शुरू करते हैं। जब आपका दोनों नॉस्ट्रिल  (Nostrils) से जलनेति हो जाएगा। उसके बाद रुमाल  से आप फिर से दोनों हॉस्टल से पानी को बाहर निकालेंगे। इस तरीके से और करते रहेंगे। जब पानी अच्छा तो थोड़ा निकल जाए तो थोड़ी देर के लिए हम कपालभाति करेंगे जिससे पूरा पानी खाली हो जाए कि सावधानी इसमें यही रखनी है  और अगर आपको ब्लड प्रेशर है। कमर दर्द घुटने की परेशानी है तो आपको खड़े होकर करना है और आपको ध्यान रखना है। किसको करने के बाद 5 मिनट कपालभाति जरूर करना है क्योंकि उससे एक्स्ट्रा पानी सारा बाहर आ जाएगा।

खड़े होकर जलनेति कैसे करना है

इसमें आपको अपने पैरों के बीच में कंधे के बराबर ध्यान रखना हल्का सा सपोर्ट करेंगे ताकि आपका जो चेहरा को थोड़ा आगे की तरफ आ जाए, फिर से वही चीज करनी है। चेहरा आगे करके हल्की सा झुकायेंगे और फिर नेति को रखेंगे और पानी आपके नॉस्ट्रिल से बहार आने लगेगा

 

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