ताज ने राष्ट्रपति से अपनी माँ की सजा कम करने की गुहार लगाई
स्वतंत्रता के बाद आजाद भारत में पहली बार शबनम नाम की एक महिला को दी जा रही फांसी । अमरोहा जिले के हसनखेड़े की रहने वाली शवनम ने अपने ही परिवार के 7 परिजनों की हत्या कर दी जी हाँ अपने माँ – बाप, मासी की लड़की और अपने दो भाई और भावी व् भतीजे की जी हा जानकारी के मुताबिक हम आपको बतादे की शबनम के बेटे ताज ने अपनी मां को फांसी न देने की गुजारिश की है
और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिंह को पत्र लिखते हुए कहा है कि मेरी मां को फांसी की सजा ना दें। और कहा है कि मेरी मां को छोड़ दें क्योंकि मैं उससे बहुत प्यार करता हूं और मैं जब उनसे मिलने जाता हूं। तो वह मुझे गले लगा लेती है और कहती हैं कि बेटा कैसे हो और पढ़ाई लिखाई तुम्हारी कैसी चल रही है। और वह मुझसे बोलती हैं कि पढ़ लिखकर महान बनना और कोई भी गलत काम मत करना और ईमानदार बनना।
शवनम के बेटे ताज से यह भी सवाल किया गया की क्या राष्ट्रपति जी तुम्हारी बात सुनेंगे तो वही ताज कहता है कि हां बहुत से बुजुर्ग लोग कहते हैं कि? बड़े लोग बच्चों की बात मान लेते हैं तो मुझे ऐसा लगता है कि राष्ट्रपति जी मेरी बात मानेंगे। और मेरी माँ को फँसी की सजा नहीं देंगे । और उनकी कुछ सजा भी काम करने की कोशिश करेंगे
डेथ वररेंट की तारीख कभी भी आ सकती है
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बाबनखेड़े गावं की गुनेगार शवनम के डेथ वररेंट की तारीख कभी भी आ सकती है और फिर उसके बाद उसे मथुरा जेल में फँसी पर लटकाया जा सकता है जिसने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने ही परिवार के 7 लोगो की हत्या की थी । ताज अपनी माँ के गुनहगारों की सजा को कम कर रहा है बल्कि यह तब रो पड़ता है की बह कैसे अपनी माँ से मिलने जेल जाता था ।
ताज तुम अपनी मां से कब और कैसे मिलते थे
हम जब अपनी माँ से मिलने जाते थे हम तीन – तीन महीने बाद अपनी मां से मिलने जाते थे और कभी-कभी एक महीने बाद भी मिलने जाता हूँ तो मम्मी पूछती है गले लगाती है बेटा कैसे हो ,पढ़ाई कैसे चल रही है और स्कूल में क्या करते हो। और सबसे बाद में में मम्मी से 21 जनवरी 2021 को मिला था और मम्मी कहती है तुम अच्छे से पदों या खेलो कुछ भी करो लेकिन एक ईमानदार, अच्छे व् बड़े आदमी बनना ।
शवनम का बेटा कहाँ रहता है
शवनम का इकलोता बेटा ताज बुलंदशहर की शुशीला बिहार कालोनी में कस्टोडियन उस्मान सेफी के साथ रहता है ताज का जन्म जेल में हुआ था और शवनम के पेट से पैदा होने की सजा ताज को 6 महीने 21 दिन जेल में बिताने पड़े । और अमरोहा जिला प्रशासन ने बुलंदशहर निवासी उस्मान सेफी की कस्टडी में सौप दिया । हम बात कर रहे हैं। अमरोहा जिले के हसनखेड़े की रहने वाली शवनम ने अपने ही परिवार के 7 परिजनों की हत्या कर दी जी हाँ अपने माँ – बाप, मासी की लड़की और अपने दो भाई और भावी व् भतीजे की बड़ी ही बेरहमी से कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी ।
हम देखेंगे कि राष्ट्रपति रामनाथ सिंह कोविंद क्या शबनम की फांसी की सजा को माफ़ करेंगे ?